इश्क बाकी है



मैं ये भी नही कह सकता कि उसने बेवफाई की
क्योंकि ईश्क मेरा था बस उसने रुसवाई की
ईश्क को अपने यूँ बदनाम क्या करूँ
दिल दे दिया है उसे अब नाम क्या करूँ
बची हुयी है रूह और अश्क बाकी है
तेरे जाने के बाद भी ईश्क बाकी है

टिप्पणियाँ

  1. तेरी रुशवाई में तेरी बेवफ़ाई में
    इश्क़ बाक़ी है
    मेरी बेबसी में, मेरी तन्हाई में
    इश्क़ बाक़ी है
    मोह्हाबत में दर्द में, गर्मि में सर्द में
    इश्क़ बाक़ी हैं
    तेरी परछाईं चूम लेता हुँ, तेरे ख़्यालों में झूम लेता हुँ
    ये जो अब तु आँखें नहि मिलाती है
    मेरे बुलाने पर मना कर जाती ह
    ज़हर सा कड़वा ह , घूँट घूँट पीना ह
    इसी के सहारे उम्र भर जीना ह
    अभी पिया हि कितना ह अभी जिया ही कितना ह
    साक़ी पिलएगी तू पीता जा
    अभी इश्क़ बाक़ी है !

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